बड़वानी जिले के पलसूद नगर में स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को श्रृद्धांजलि देने हेतु उनकी जन्मतिथि के अवसर पर अमन सामाजिक एवं सांस्कृतिक मंच जिला बड़वानी संभाग इंदौर के द्वारा नगर पलसूद में लता अलंकरण अवार्ड का आयोजन कृषि उपज मंडी प्रांगण में शाम 8:00 बजे से शुरू किया गया
लता अलंकरण अवार्ड समारोह की अध्यक्षता मध्यप्रदेश आदिवासी एकता परिषद के कोषा अध्यक्ष एवं नगर पलसूद के समाजसेवी सरदार चौहान एवं मध्य प्रदेश सर्वसेन समाज के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष सचिन सेन द्वारा की गई।
कार्यक्रम अध्यक्ष एवम एंकर शौकत अली मंसूरी ने अपने इस ग्रुप इवेंट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अमन सामाजिक एवं सांस्कृतिक मंच के द्वारा लगातार प्रतिभाओं को, समाजसेवियों को, खिलाड़ियों को, सामाजिक संस्थाओं को, रक्त मित्रों, रक्तदान समितियो को प्रोत्साहन स्वरूप समय-समय पर इस मंच के माध्यम से सम्मानित किया जाता रहा है, आज नगर पलसूद में लता अलंकरण अवार्ड के माध्यम से नगर पलसूद की कई प्रतिभाओं,समाजसेवियों,
खिलाड़ियों एवं पत्रकार साथियों को पुष्प माला पहनाकर एवं शील्ड देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम की जानकारी देते हुए शौकत अली मंसूरी ने बताया कि नगर पलसूद के गायक कलाकारों के अलावा भी प्रदेश सहित आसपास के प्रांतों एवम जिलों से भी गायक प्रतिभा को गायन अवसर देकर सम्मानित किया गया।
अब तक अमन सामाजिक एवं सांस्कृतिक मंच के द्वारा हजारों प्रतिभाओं को सम्मानित किया जा चुका है एवं 30 से अधिक इवेंट अब तक इसी प्रकार के किया जा चुके हैं उन्होंने पलसूद की जनता जिले की जनता एवं आसपास के प्रांतों से आए गायक गायिकाओं कलाकारों समाजसेवियों खिलाड़ियों पत्रकारों सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में इन गायक गायिकाओं ने अपनी मधुर आवाज से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया जिसमे
शौकत अली मंसूरी ने,,, मैं शायर तो नहीं। मनोज राव सविता बोडे ने ,,, मेघा रे मेघा रे।
शब्बीर कुरैशी ने ,,, पुकारता चला हूं मैं।पप्पू सेन ने,,, शीशे की उम्र प्याले की आखिर बिसात क्या।देवा भाई जुलवानिया ने,,,,सोचेंगे तुम्हें प्यार करके नहीं।
अकरम खान ने,,,,छलकाए जाम।
कविता बोड़े ने ,,,,सत्यम शिवम सुंदरम।
संजय चंद्रावत ने ,,,, मेरे नैना सावन भादो।
शुभी चौहान ने ,,, 16 बरस की।
फहीम खान ने दुल्हन चली हां पहन चली तीन रंग की।
विशेष अतिथि कलाकार पीसी इंगले ने ,,, खीलते हैं गुल यहां।
सलीम भाई ने ,,, तुमसे मिलकर न जाने क्यों।
मुन्ना गोंजे और,सविता बोडे ने,,,,, काहे को बुलाया मुझे बालमा
आरिफ भाई खरगोन ने,,, आसमान से आया फरिश्ता।
और अंत में ऊर्जा से भरपूर गाना गाने आए बॉलीवुड कलाकार वीरसिंह चौहान जिन्होंने ,,याद आ रहा है,,तेरा प्यार। गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया समापन गीत स्वरूप सविता बोडे ने स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को अपनी श्रद्धा अर्पित करते हुए,,, मेरी आवाज ही पहचान है गाया और समा बांध दिया।
कार्यक्रम में अतिथि एवम सामाजिक कार्यकर्ता और संस्थाओं के सम्मान से पूर्व पलसूद नगर के मशहूर और सभी के चहेते रहे स्वर्गीय अनिल जायसवाल को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
स्वर्गीय अनिल जायसवाल की स्मृति में प्रतीक चिन्ह भी प्रदान किए गए।