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चालक दल के लगभग 1,600 सदस्यों के लिए डिजाइन किया गया करीब 2,200 कमरों वाला देश का अब तक का सबसे बड़ा और पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत ‘आईएनएस विक्रांत’ (INS Vikrant) आज राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) केरल के कोचीन (Cochin) में आज आईएनएस विक्रांत का जलावतरण करेंगे. यह भारत के समुद्री इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा जहाज है. प्रधानमंत्री पीएम मोदी कोचीन शिपयार्ड में 20,000 करोड़ रुपये की लागत से बने इस स्वदेशी अत्याधुनिक स्वचालित यंत्रों से युक्त विमान वाहक पोत का जलावतरण करेंगे.
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इस खास मौके पर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक (Sand Artist Sudarshan Patnaik) ने ओडिशा (Odisha) के पुरी (Puri) बीच पर रेत से एक खास कलाकृति बनाई है. जिसकी एक तस्वीर और वीडियो उन्होंने ट्विटर पर शेयर किया है. आप देख सकते हैं कि पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत ‘आईएनएस विक्रांत’ को समर्पित सुदर्शन पटनायक की ये सैंट आर्ट से बनी कलाकृति कितनी खूबसूरत लग रही है.
A Historic day for India’s efforts to become #AatmaNirbharBharat in the defence sector. The first indigenously designed and built aircraft carrier #INSVikrant will be commissioned. It will also be unveiled by Hon’ble PM @narendramodi ji. My SandArt at Puri beach in Odisha. pic.twitter.com/bLB6GZRZ2T
— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) September 1, 2022
सैंड आर्टिस्ट ने अपने पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा है, “रक्षा क्षेत्र में #AatmaNirbharBharat बनने के भारत के प्रयासों के लिए एक ऐतिहासिक दिन. पहला स्वदेश निर्मित और विमानवाहक पोत #INSVikrant चालू किया जाएगा. इसका अनावरण भी माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी करेंगे. ओडिशा में पुरी बीच पर मेरी सैंडआर्ट.”
#LegendisBack
A momentous occasion for the Nation 🇮🇳 and #Indiannavy – Commissioning of #Vikrant on today.
My SandArt at Puri beach in Odisha.#AatmaNirbharBharat@indiannavy@cslcochin@IndiannavyMedia@makeinindiapic.twitter.com/zvb65dFSOn
— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) September 2, 2022
आईएनएस विक्रांत का सेवा में आना रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा. विक्रांत के सेवा में आने से भारत अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन और फ्रांस जैसे उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो जाएगा जिनके पास स्वदेशी रूप से डिजाइन करने और एक विमान वाहक बनाने की क्षमता है, जो भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल का एक वास्तविक प्रमाण होगा.
देश को आज मिलेगा पहला स्वदेशी INS Vikrant, जानें क्या है इसमें खास
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