धार के पास बदनावर में जब बीएएसएफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारी तथा पदाधिकारी ने जब किसानों की शिकायत के निवारण हेतु खेतों का मुआयना किया तो पाया कि यह जो दवाइयो की पैकिंग है यह तो हमारी कंपनी के द्वारा निर्मित ही नहीं है कंपनी के अधिकारियों के होश उड गए यह देखकर कि यह तो हमारी कंपनी का ही नहीं है जब गहन विस्तृत रूप से इस बात की खोज की गई तो यह तथ्य निकाल कर सामने आया कि धार तथा बदनावर क्षेत्र में कई कृषि का व्यापार करने वाली फर्मों में प्रतिष्ठित कंपनियों की दवाईयां तथा उत्पाद बेचे जा रहे हैं तब कंपनी के अधिकारियों ने कार्यवाही करते हुए तुरंत धार के उप पंजीयक कृषि विभाग को इसकी सूचना दी गई उप पंजीयक ने तुरंत कार्यवाही करते हुए अपने एक दल को उनके साथ मौका मुआयना करने के लिए भेजा इस दौरान जब उन्होंने नागदा कानवन खेरोद दसई अमझेरा मंगोद आदि स्थानों पर जब इस दल ने भ्रमण किया तो कई दुकानों के संचालक अपनी दुकान से भाग गए या अपनी दुकानों को तुरंत बंद कर दिया यही वह समय होता है जब किसानों को अत्यधिक कीटनाशक तथा दवाइयां की आवश्यकता पड़ती है भोले भाले किसान प्रतिष्ठित कंपनी का ट्रेडमार्क देखकर उन दवाऔ तथा उत्पादों को खरीद लेते हैं जब कंपनी को उनकी शिकायत की जाती है तब हकीकत सामने आती है कि यह उत्पाद और दवाई तो उनकी कंपनी की है ही नहीं केवल ट्रेडमार्क और नाम का इस्तेमाल किया गया है इस प्रकार धार जिले में नकली दवाइयां का एक बहुत बड़ा बाजार धड़ले से अपना काम कर रहा है कृषि विभाग को तुरंत एक्शन लेकर इन कृषि दुकानों तथा फार्मो पर अत्यधिक कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए बीएएसएफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी ने तो तो रतलाम तथा धार थाने में नाम जद आवेदन देकर दवाइयां के विक्रेताओं के नाम भी दिए हैं इस संबंध में रतलाम में जब एक कृषि दवाई के विक्रेता को पकड़ा गया तो उसने बताया कि हम बदनावर की फर्म भाटी से माल खरीदते हैं।
एमपी न्यूज़ पायलट के लिए धार से शैलेंद्र जोशी की रिपोर्ट