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नीदरलैंड के एक समुद्र तट पर घूमते हुए दांतों की पंक्तियों वाला एक दुर्लभ, खून चूसने वाला जीव (blood-sucking creature) पाया गया है. फॉक्स वेदर के अनुसार, समुद्री जीवविज्ञानी जैको हैवरमैन्स द्वारा पिछले महीने तीन फुट लंबे समुद्री लैम्प्रे (sea lamprey) को देखा गया था, जब वह समुद्र तट पर टहल रहे थे. ये जीव 6 साल में पहली बार मिला है. एनएल टाइम्स के अनुसार, जिस समुद्र तट पर समुद्री लैम्प्रे पाया गया है, वह एम्स्टर्डम के उत्तर में लगभग 65 मील की दूरी पर स्थित है. इस मछली के पास एक उचित निचला जबड़ा नहीं होता है, लेकिन दांतों की प्रचुर मात्रा होती है.
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फॉक्स वेदर ने कहा, कि वे कशेरुकियों के सबसे पुराने समूह, अग्नाथा से संबंधित हैं, जो 400 मिलियन साल पहले अस्तित्व में था जब जबड़े वाली मछलियां होती थीं.
लैम्प्रे, एक प्रकृति संग्रहालय और एक्वेरियम इकोमारे को दे दिया गया है. संग्रहालय के अधिकारियों ने आउटलेट को बताया, कि उनके संग्रह में पहले से ही एक लैम्प्रे है और उम्मीद है कि वे इसे दूसरे संग्रहालयों को दे देंगे.
क्या है समुद्री लैम्प्रे?
अमेरिकी सरकारी एजेंसी, नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के अनुसार, समुद्री लैम्प्रे एक परजीवी मछली है जो उत्तरी और पश्चिमी अटलांटिक महासागर की मूल निवासी है. यह अक्सर ईल के साथ भ्रम पैदा करता है.
अन्य मछलियों के विपरीत, लैम्प्रे में शल्क, पंख और गिल आवरण नहीं होते हैं और उनके कंकाल उपास्थि से बने होते हैं.
लैम्प्रे अपने चूसने वाले के आकार के मुंह का उपयोग करके खून चूसने के लिए मछलियों पर हमला करते हैं. एनओएए ने कहा कि मछली अपनी खुरदरी जीभ का इस्तेमाल दूसरी मछलियों के मांस को चीरने के लिए करती है ताकि वह अपने शिकार के रक्त और शरीर के तरल पदार्थों को खा सके.
इसमें आगे कहा गया है कि एक सी लैम्प्रे हर साल करीब 40 पाउंड मछलियों को मार देता है.
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